RRTS Train: देखिये बुलेट ट्रेन चली दिल्ली एनसीआर मे देखिये तस्वीर!
RRTS Train: देखिये बुलेट ट्रेन चली दिल्ली एनसीआर मे देखिये तस्वीर!
देश में पहली बार: रीजनल रेल (Regional Rail) भी पटरी पर दौड़ पड़ी। आज इसे गाजियाबाद में पटरी पर दौड़ाया गया, परीक्षण के लिए। दरअसल, प्रायोरिटी सेक्शन में दुहाई डिपो से गाजियाबाद तक ओएचई (OHE) को 25 केवी की क्षमता पर चार्ज किया गया। इस प्रक्रिया में, चार्ज की गई ओएचई के परीक्षण के लिए आरआरटीएस ट्रेन (RRTS Train) को गाजियाबाद तक चला कर देखा गया। यह परीक्षण सफल रहा। जल्द ही, प्रायोरिटी सेक्शन के बाकी बचे हिस्से में भी ओएचई को चार्ज कर दिया जाएगा।
आरआरटीएस नेटवर्क के परीक्षण की प्रक्रिया में पहले इसके सभी तत्वों की अलग-अलग जांच की जाती है। इसके सफल होने के बाद इसके सभी सब-सिस्टम, यानी रोलिंग स्टॉक, ओएचई, ट्रैक और टेलिकॉम एवं सिग्नलिंग के साथ-साथ स्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स आदि की एक दूसरे के साथ अनुकूलता की जाँच करने के लिए उनका एकीकृत रूप में परीक्षण किया जाता है। वर्तमान में, इसी प्रक्रिया का संचालन किया जा रहा है। प्रायोरिटी सेक्शन में ट्रैक बिछाने का कार्य पहले ही पूर्ण किया जा चुका है।
नव वर्ष में ओवर हेड इक्युप्मेंट (ओएचई) को दुहाई डिपो के फीडिंग पोस्ट से लेकर गाजियाबाद स्टेशन के पास बने फीडिंग पोस्ट तक 25 केवी की क्षमता के साथ चार्ज किया गया है। इसके परीक्षण के लिए ट्रेन को पहली बार डिपो से बाहर निकालकर गाजियाबाद तक लाया गया। परियोजना के लिए कार्यरत सभी इंजीनियरों, टेक्निशीयन, आर्किटेक्ट और कर्मचारियों के लिए यह एक अनोखा और पहला अनुभव रहा, जिसमें उन्होने देश की प्रथम रीजनल रेल के लिए ओएचई का परीक्षण किया और सफलता हासिल की।
ट्रैक और ट्रैक्शन के परीक्षण की प्रक्रिया के दौरान ट्रेन को दुहाई स्टेशन से चलाकर गुलधर स्टेशन पर ले जाया गया। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार 5 किमी प्रतिघण्टा तक रखी गयी। यहां तक ओएचई का प्रदर्शन सफल रहने के बाद ट्रेन को गाजियाबाद स्टेशन की ओर आगे बढ़ाया गया और स्टेशन से पहले बने क्रॉसओवर से ट्रेन को वापसी के लिए तैयार किया गया। इस दौरान ट्रेन को ऑपरेटर ने ट्रेन कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम (टीसीएमएस) के तहत मैन्यूअल तरीके से चलाया।
गाजियाबाद से दुहाई डिपो तक वापसी के दौरान ट्रेन को ओएएचई के परीक्षण के लिए 25 किलोमीटर की रफ्तार तक चलाया गया। वापसी में भी ट्रेन को पहले गुलधर स्टेशन और फिर दुहाई स्टेशन पर रोका गया और फिर दुहाई डिपो लाया गया। इस दौरान सभी सिस्टम ठीक तरीके से काम किया। कहीं कोई दोष नहीं दिखा। अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे सेक्शन के ओएचई इंस्टालेशन का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है और जल्द ही प्रायोरिटी सेक्शन को पूर्ण रूप से चार्ज कर दिया जाएगा। अब जल्द ही हाई स्पीड ट्रायल रन की शुरुआत की जाएगी।