हरियाणा में Family ID में गलत वार्षिक आय से कट रहे है पात्र लोगों के Ration cards
चंडीगढ़ :- हरियाणा में फैमिली आईडी में दर्ज वार्षिक आय प्रमाणित करने वाले कर्मचारी व अधिकारी बिना जांच पड़ताल घर बैठे गलत वार्षिक आय प्रमाणित कर रहे है। जिस कारण पात्र गरीब मजदूर व्यक्ति अपने अधिकारों से वंचित हो रहे है। आय वेरिफिकेशन टीम में कार्यरत कर्मचारी द्वारा लापरवाही से कागजों में गरीबों को अमीर दर्शाया गया है। जिस कारण गरीब मजदूर व्यक्ति अब परेशान होकर सरकारी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
वार्षिक आय 60 हजार रुपये दर्ज करवाई
गांव कालांवाली निवासी बलदेव सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर लिखा है कि फैमिली आईडी में अपनी वास्तविक वार्षिक आय 60 हजार रुपये दर्ज करवाई थी। परंतु अब गुलाबी राशनकार्ड बंद होने पर पड़ताल की तो उसकी फैमिली आईडी में वार्षिक आय पांच लाख रुपये प्रमाणित होना बताया गया।
परिवार के पास आय का कोई स्थाई साधन नहीं है। बेटा लखवीर सिंह मेहनत मजदूरी करके मात्र छह हजार रुपये मासिक मुश्किल से कमाता है। उसकी आयु 61 वर्ष हो चुकी है। केवल बुढ़ापा पेंशन मिलती है। उसका परिवार अंतोदय परिवार है। जिस कारण उसका गुलाबी राशनकार्ड बना हुआ था। वार्षिक आय गलत वेरिफाई होने कारण बंद हो गया है।
ताकि कोई वंचित न रहे
आल फेयर प्राइस शाप डीलर फेडरेशन हरियाणा के मीडिया प्रभारी गुरतेज सिंह सोढ़ी ने बताया कि अब फैमिली आईडी से राशनकार्ड का लिंक होने के बाद इस प्रकार के गलत वार्षिक आय वेरीफाई होने के कारण गरीब मजदूर लोगों के चालू राशन कार्ड बंद हो रहे है।
वार्षिक वेरिफिकेशन वाले कर्मचारी की गलती के कारण पात्र गरीब लोग दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आय वेरिफिकेशन में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए, भविष्य में सभी योजनाओं का लाभ फैमिली आईडी से मिलेगा ताकि कोई पात्र वंचित ना रहे।