Hisar News: हिसार जिले को मिली बड़ी सौगात, अब इन 8 शहरो के लिए शुरू होंगी उड़ान
हिसार:-Hisar News, महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट हिसार पर निरंतर बने संशय के बीच डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का यह बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने यह जानकारी देते हुए बताया है कि सरकार हिसार एयरपोर्ट से देश के मुख्य शहरों में रीजनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने की तैयारी में है. एविएशन हब को एक विजन के जरिए तैयार किया जा रहा है. जिसके तहत यहां से 18 और 48 सीटर विमान दूसरे शहरों के लिए उड़ान को भरेंगे.
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया है कि हिसार एयरपोर्ट को यात्रियों की सेवा व सुविधाओं के साथ-साथ औद्योगिक और कार्गो हब के रूप में बनाया जाएगा जल्द ही सरकार हिसार एयरपोर्ट से रीजनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अमृतसर जयपुर जम्मू देहरादून कुल्लू शिमला धर्मशाला चंडीगढ़ तक उड़ान शुरू करने की तैयारी में लगी है.
पहले फेज में 1200 और दूसरे में 1800 एकड़ में कार्य
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा सरकार ड्रोन, एविएशन सेक्टर में नई इंडस्ट्री को प्रोत्साहन देने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही है. इसके लिए बजट में भी कुछ प्रावधान किए गए हैं. हिसार को एविएशन हब और औद्योगिक हब के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने साथ ही साथ यह भी बताया है कि पहले फेस में 1200 एकड़ और दूसरे फेज में 1800 एकड़ में काम शुरू होगा. हिसार एयरपोर्ट में रनवे का काम अंतिम चरण में है और एयरपोर्ट के लिए लाइट्स और मौसम उपकरणों के आदेश भी दे दिए गए हैं.
उपमुख्यमंत्री ने यह बताया है कि इस वर्ष जुलाई में हिसार एयरपोर्ट पर टेस्टिंग का काम पूरा होने की उम्मीद है. इसके पश्चात अगस्त या सितंबर महीने में पहली कमर्शियल विमान की रीजनल एयर कनेक्टिविटी भी प्रारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने साथ ही साथ यह भी कहा है कि इस संबंध में चर्चा निरंतर चल रही है और जल्द ही एमओयू साइन किए जाएंगे.
कार्गो एयरपोर्ट बनाने के विजन को भी पूर्ण किया जाएगा
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हिसार एयरपोर्ट को सिर्फ यात्रियों के लाभ तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा. बल्कि कार्गो एयरपोर्ट बनाने के विजन को भी पूर्ण किया जाएगा, और इसके लिए सरकार ने तरह-तरह एरो समिट में भाग लेकर ग्लोबल कार्गो कंपनियों से भी चर्चा की है और कंपनियों को हिसार में निवेश करने के अवसर भी प्रदान किए गए हैं ताकि वह यहां आकर अपना इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास कर सके. क्योंकि एशिया का सेंट्रल पार्क भारत है. उन्होंने कहा है कि वेयरहाउसिंग हद के तहत ग्लोबल कार्गो की यूनिट हिसार में बनाई जा सकती है.