हरियाणा सरकार ने दी मंजूरी, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की तर्ज पर इन 10 जिलों में खुलेंगे इनोवेटिव स्किल स्कूल
चंडीगढ़:- हरियाणा सरकार ने स्कूल स्तर पर कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को चंडीगढ़ में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में कौशल विकास विभाग के अधिकारियों ने नवोन्मेषी विद्यालय से संबंधित प्रारूप को सामने रखते हुए रोजगार में उसकी उपयोगिता संबंधी संपूर्ण विवरण प्रस्तुत किया. इस बैठक में सीएम मनोहर लाल ने विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी की तर्ज पर हरियाणा के 10 जिलों में केजी से पीजी तक के स्कूल स्तर पर अभिनव स्कूल खोलने की घोषणा की.
स्किल यूनिवर्सिटी की तर्ज पर इनोवेटिव स्कूल खोलने का फैसला
कौशल शिक्षा के केजी टू पीजी मॉडल और नई शिक्षा नीति के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सीएम मनोहर लाल ने यह अहम फैसला लिया है. विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा तैयार मॉडल को स्कूलों में कौशल शिक्षा लागू करने के लिए लागू किया जाएगा। ये स्कूल विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदेश में सबसे पहले शुरू किए गए इनोवेटिव स्कूलों की तर्ज पर खोले जाएंगे। इससे विद्यार्थियों के मानसिक विकास के साथ-साथ संरचनात्मक विकास भी संभव होगा।
नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा
इसका पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार तैयार किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत कौशल शिक्षा और सामान्य शिक्षा का एक सामंजस्यपूर्ण मॉडल सुझाया गया है, जो उद्योग, राष्ट्र और समाज के लिए आदर्श है। स्कूली स्तर पर कौशल शिक्षा शुरू करने से सकल शिक्षा अनुपात को बढ़ाया जा सकता है और ड्रापआउट में भी कमी आएगी। स्किल इनोवेटिव स्कूल खुलने से छात्रों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे।
कौशल शिक्षा के तहत विभिन्न विषयों को शामिल किया जाएगा
सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार स्किल इनोवेटिव स्कूल खोलने से विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ स्किल की ओर आकर्षित किया जायेगा. स्किल एजुकेशन में ब्यूटी वेलनेस, ऑटोमोटिव, आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फूड प्रोडक्शन, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर, एग्रीकल्चर एंड टेक्सटाइल डिजाइन, हेल्थ केयर से जुड़े विषय शामिल होंगे। स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थियों में कौशल शिक्षा और उच्च शिक्षा में व्यावसायिक शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ेगा।